यूपी पंचामृत योजना क्या है, लाभ और उद्देश्य | UP Panchamrut Yojana kya hai, Benefits and Motive

यूपी पंचामृत योजना क्या है, आवेदन कैसे करें, उद्देश्य, लाभ, लाभार्थी, योग्यता, दस्तावेज, आधिकारिक वेबसाइट, हेल्पलाइन नंबर | UP Panchamrut Yojana, how to apply, motive, benefits, beneficiary, qualification, documents, official website, helpline number

केंद्र सरकार और राज्य सरकारें समय समय पर देश के गरीब लोगो और किसानों के उत्थान और उनकी आमदनी को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं शुरू करती है। इसी तरह उत्तरप्रदेश राज्य सरकार द्वारा यूपी पंचामृत योजना का शुभारंभ राज्य के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा हाल ही में किया गया है। इस योजना से किसान की आय दुगुनी हो जाएगी।

उत्तरप्रदेश राज्य सरकार द्वारा राज्य में गन्ने की खेती को बढ़ाने और उसमे नई तकनीक को बढ़ावा देने तथा उपज बढ़ाने के लिए यह पंचामृत योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत किसानों को गन्ना बुवाई की आधुनिक पांच विधाओं ट्रेंच, पेड़ी प्रबंधन, ड्रिप इरिगेशन, मल्चिंग और सहफसल को सिखाया और समझाया जाएगा, इसीलिए इस योजना का नाम पंचामृत योजना रखा गया है।

Join whatsapp channel Join Now
Join Telegram group Join Now
Join Facebook Page Join Now

UP Panchamrut Yojana in Hindi

UP Panchamrut Yojana
UP Panchamrut Yojana
योजना का नामUP पंचामृत योजना
शुरू हुई2023 में
विभागचीनी उद्योग एवम् गन्ना विकास विभाग
राज्य उत्तरप्रदेश राज्य सरकार द्वारा
उद्देश्यगन्ने के उत्पादन को नई तकनीकी से बढ़ाना और किसानों की आमदनी को दुगुना करना
लाभगन्ने की खेती बढ़ेगी और किसानों को लाभ मिलेगा
लाभार्थीराज्य के सभी किसान
आधिकारिक वेबसाइट जल्द शुरू होगी

यूपी पंचामृत योजना के उद्देश्य

इस योजना का उद्देश्य पानी की बचत और गन्ने की पराली तथा उसकी पत्तियों को ज्यादा उपयोग में लाना है और लागत को कम करना है, और कीटनाशकों के उपयोग को कम करना है। जिससे अधिक फसल होगी और किसानों की आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी।

Panchamrut Yojana Utter Pradesh के तथ्य

  • इस योजना में हर तरीके से किसानों को लाभ ही मिलेगा।
  • योजना के तहत ड्रिप इरिगेशन से पानी की खपत 50 से 60% तक कम हो जाएगी और किसान अपने हिसाब से फसलों में नमी बरकरार रख सकते है।
  • पत्तियां मिल्चिंग के काम आने से इनको जलाने से होने वाले प्रदूषण में कमी आएगी।
  • ये ही पराली/पत्तियां आगे जाकर सड़कर खाद के रूप में खेत को और उपजाऊ बनाएगी।
  • गन्ने की खेती के साथ किसान गन्ने की दो लाइनों के बीच में आलू, गोभी, धनिया, मटर, लहसुन, टमाटर और गेहूं आदि की सहफसल खेती कर सकते है।
  • एक सही और सटीक मॉडल प्लॉट की स्थापना के लिए सर्दियों का समय जरूरी है।
  • इसकी खेती के लिए शुरुआती तौर पर राज्य में कुल 2028 किसानों का चयन होगा। और आदर्श मॉडल प्लॉट का रकबा 0.5 हैक्टेयर होगा।

Panchamrut Yojana UP के लाभ और विशेषताएं

  • उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई यह पंचामृत योजना किसानों की आय/आमदनी को दोगुनी करने में मदद करेगी।
  • इस योजना से नई तकनीकी के तहत कम लागत में अधिक गन्ने की पैदावार होगी और किसानों को दुगुना लाभ मिलेगा।
  • गन्ने की फसल के उत्पादन लागत को कम करने के लिए पांच विधाओं के द्वारा भूमि के उपजाऊपन को बढ़ाया जाएगा।
  • ये 5 विधाएं ट्रेंच विधि, सहफसली, ड्रिप इरिगेशन, ट्रेश मल्चिंग, पेड़ प्रबंधन के द्वारा किसानों को मुनाफा होगा।
  • इससे फसल के साथ होने वाली पराली और पत्तियों को जलाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी, जिसे जलाने से अक्सर पास के सारे शहरों में प्रदूषण होता था।
  • इससे जिन प्लॉट्स पर खेती होगी उन्हे ही आदर्श मॉडल के रूप में प्रदर्शित किया जायगा।
  • योजना के तहत अलग अलग कार्यों के लिए जिले का अनुसार अलग अलग लक्ष्य निर्धारित किया किया जाएगा।
  • इस योजना के तहत गावों में अधिक से अधिक प्रोत्साहन देने के लिए गन्ना विकास विभाग के अधिकारी गावों में जाकर कर जागरूक करेंगे।

उत्तर प्रदेश पंचामृत योजना की 5 आधुनिक विधियां

ट्रेंच विधि(Trench Method)

ट्रेंच विधि के द्वारा नाली खोदकर उस नाली में गहराई में गन्ने को बुवाई करना है। एक ट्रेंच से दूसरे ट्रेंच के बीच में, यदि आप बुवाई कर रहे है तो उनके बीच कम से कम 4 से 5 फिट की दूरी रखनी चाहिए। इस विधि से फसल को अधिक पानी की जरूरत नहीं होती है और उन्हे अच्छी मात्रा में सूरज की रोशनी और हवा मिलती है। जिससे वे तेजी से बड़े होते है।

पेड़ी प्रबंधन (Paddy Management)

एक बार गन्ने की फसल को काट लेने के बाद उसी से दुबारा दूसरी फसल लेने को पेड़ी या मोढ़ी कहते है। गन्ने की कटाई करने के बाद सबसे पहले खेत में खरपतवारो और बिखरी हुई पराली को अच्छे से साफ करना चाहिए।

ड्रिप इरिगेशन(Drip Irrigation)

ड्रिप इरिगेशन द्वारा सिंचाई करने से किसानों को लाभ मिलता है। इससे पानी को पौधो की जड़ों तक बूंद-बूंद कर के टपकाया जाता है। जिससे पानी और खाद की बचत होती है। इसी के साथ किसान फसलों में नमी भी बरकरार रख सकते है।

Join whatsapp channel Join Now
Join Telegram group Join Now
Join Facebook Page Join Now

मिल्चिंग(Mulching)

मिल्चिंग के तहत फसल/पौधे के चारों ओर की जमीन को एक व्यवस्थित तरीके से ढक सकते है। इसमें फसल की बुवाई करते समय एक प्लास्टिक मिल्चिंग मेड़ों पर बिछा दी जाती है और चारो कोनो को मिट्टी से दबा देते है। इससे गर्मियों में फसल में नमी बनी रहती है और सर्दियों में फसल पाले से सुरक्षित रहती है।

सहफसली खेती(Intercropping)

सहफसली खेती में मुख्य रूप से दो फैसले होती है जिसमे एक मुख्य फसल और एक सहफसल होती है और ये दोनो फैसले एक जाति की नही होती है। इस खेती के तहत मुख्य फसल की दो पंक्तियों के बीच में जल्दी पकने वाली और बढ़ने वाली धनी फैसले बोई जाती है। इससे किसानों की मुख्य फसल की लागत निकल आती ही और दुगुना मुनाफा भी होता है।

UP Sarkar Panchamrut Yojana के लिए जरूरी पात्रता

  • आवेदक किसान केवल उत्तरप्रदेश राज्य का ही मूल निवासी होना चाहिए।
  • आवेदक केवल किसान ही होना चाहिए।
  • आवेदक के पास खुद की खेती योग्य जमीन होनी चाहिए।

इस योजना की अन्य पात्रता मानदंड आधिकारिक नोटिस जारी होने पर आपको इसी आर्टिकल द्वारा अपडेट कर दिया जाएगा।

UP Sarkar Panchamrut Yojana के लिए जरूरी दस्तावेज

  • आवेदक किसान का आधार कार्ड
  • किसान का मूल निवास प्रमाण पत्र
  • आवेदक किसान के जमीन के कागज
  • आवेदक किसान की आय का प्रमाण पत्र
  • किसान का मोबाइल नंबर
  • हाल ही में लिए गया पासपोर्ट साइज फोटो

Utter Pradesh Panchamrut Yojana के लिए आवेदन कैसे करें

इस योजना में आवेदन करने के लिए कोई ऑनलाइन वेबसाइट अभी तक शुरू नहीं की गई है। इसलिए हो सकता है की आपको ऑफलाइन विभाग के कार्यालय में जा कर आवेदन करना पड़े।

लेकिन जैसे ही इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर होती है, आपको इस आर्टिकल के द्वारा बता दिया जाएगा।

FAQ

यूपी पंचामृत योजना क्या है?

यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है। इसके तहत राज्य में गन्ना उत्पादन के लिए नई तकनीकों को काम में लिया जायगा। जिससे कम लागत में अधिक उत्पादन होगा और किसानों की आय दुगुनी होगी।

यूपी पंचामृत योजना किस राज्य ने शुरू की?

उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा यह योजना किसानों की आय को दुगुना करना के लिए शुरू की गई है।

UP Panchamrut Yojana किस विभाग के अंदर आती है?

यह योजना चीनी उद्योग और गन्ना विकास विभाग के अंदर आती हैं।

Leave a Comment