इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana) क्या है, आवेदन कैसे करे, पात्र, उद्देश्य, लाभार्थी, लाभ, दस्तावेज़, लाभ की राशि, आधिकारिक वेबसाइट, हेल्पलाइन नंबर | how to apply, benefits, motive, documents, money, official website, helpline number
सरकार द्वारा समय समय पर महिलाओ और बच्चो के लिए कई योजनाए शुरू की जाती है। इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना उन्ही योजनाओं में से एक है। इस योजना का उद्देश्य गर्भवती महिला को सही पोषण देना है और उसे गर्भावस्था के दौरान होने वाली कमजोरी को दूर करना है। ताकि महिला को कोई भी तकलीफ न हो और पोषण की कमी से उसकी जान पर कोई खतरा न हो।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना को सबसे पहले 2020 में राज्य के 5 जनजाति वाले जिलों (प्रतापगढ़,डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर और बारा) में शुरू किया गया था। ताकि वहा की गर्भवती महिलाओ को पोषण की कमी न हो। इसके लिए राज्य सरकार उन्हें उनके दूसरे बच्चे के जन्म पर 6000 रूपए की आर्थिक सहायता देगी। ताकि वहा की महिलाओ को पोषण मिले और मृत्यु दर कम हो परन्तु हाल ही में सरकार ने इस योजना का दायरा बढ़ा दिया है और अब पूरे राजस्थान राज्य की महिलाएं इस योजना का लाभ ले सकती है। पीएम यशस्वी स्कॉलरशिप अप्लाई ऑनलाइन
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana in Hindi
Contents
- 1 Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana in Hindi
- 1.1 इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के उद्देश्य(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Motive in Hindi)
- 1.2 इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लाभ(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Benefits in Hindi)
- 1.3 इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए लाभ के चरण(Indira Gandhi Matrit Yojana Amount)
- 1.4 इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए योग्यताएं(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Eligibility Criteria)
- 1.5 इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए अयोग्यताए(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Ineligibility)
- 1.6 इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के तहत लाभ की राशि कैसे मिलेगी
- 1.7 इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना में के लिए दस्तावेज(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Rajasthan Documents)
- 1.8 राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना की किश्तों के लिए आवेदन की प्रक्रिया(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Online Apply)
- 1.9 इंदिरा गांधी पोषण योजना की नई अपडेट
- 1.10 इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना को मिला राष्ट्रीय स्तर का स्कॉच अवार्ड
- 1.11 योजना की जरूरी लिंक्स
- 2 FAQ
- 2.0.1 इस योजना के लिए कौन आवेदन कर सकता है?
- 2.0.2 इस योजना में कितनी सहायता राशि मिलेगी?
- 2.0.3 इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए आवेदन कैसे करे?
- 2.0.4 इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना राजस्थान में कब प्रारंभ की गई?
- 2.0.5 What is Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana?
- 2.0.6 What is the full form of IGMPY?
- 2.0.7 इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना क्या है?
- 2.0.8 इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना में दूसरी संतान के जन्म पर कुल कितनी राशि दी है?
योजना का लाभ | इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना |
शुरू की गई | 19 नवंबर 2020 |
राज्य | राजस्थान |
विभाग | महिला व बाल विकास विभाग |
लाभ/सहायता राशि | 6000/- रूपए |
उद्देश्य | गर्भवती महिला को पोषण देने के लिए आर्थिक सहायता देना |
लाभार्थी | गर्भवती महिलाएं |
आधिकरिक वेबसाइट | https://plan.rajasthan.gov.in/scheme/detail/662 |
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के उद्देश्य(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Motive in Hindi)
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का उद्देश्य राज्य में दूसरे बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं और बच्चे को स्तनपान कराने वाली महिलाओं के पोषण की स्तिथि सुधारना है। मां को अगर पोषण मिलेगा तो उसके बच्चे को भी पोषण मिलेगा और बच्चे की जन्म के समय की पोषण की कमी और दुर्बलता के मामलो में इससे कमी आएगी। CM Atmanirbhar Assam Scheme 2023 Apply Online
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लाभ(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Benefits in Hindi)
- इस योजना की सहायता से मां और बच्चे दोनो को पोषण मिलेगा और दुर्बलता मे कमी आएगी।
- योजना के अंतर्गत दूसरी बार गर्भवती होनी वाली महिला को ही योजना का लाभ मिलेगा।
- लाभ के तौर पर महिला को 6000 रूपए दिए जाएंगे जो की 5 चरणों में दिए जाएंगे।
- लाभ की राशि सीधे महिला के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
- इस योजना से महिला सशक्तिकरण के कार्य को बल मिलेगा।
- पहले इस योजना के अंतर्गत केवल 5 जिले आते थे पर अभी हाल ही में 23 फरवरी 2022 के बजट घोषणा में इस योजना को पूरे राजस्थान राज्य के लिए लागू कर दिया गया है।
- लाभार्थी महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना और राजश्री योजना के साथ अन्य केंद्र सरकार की योजनाओं का भी लाभ मिलेगा और सहयोग राशि मिलेगी।
- इस योजना के द्वारा मां और बच्चे की कुपोषण से होने वाली मृत्यु में कमी आएगी।
- यदि लाभार्थी महिला किसी चरण की शर्त पूरी नहीं करती है तो उसे इस चरण का लाभ यानी 1000 रूपए नही मिलेंगे पर अगले चरण को पूरा करने पर उसे राशि दी जाएगी। बालिका समृद्धि योजना क्या है
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए लाभ के चरण(Indira Gandhi Matrit Yojana Amount)
किश्त | शर्त | राशि |
पहली | गर्भावस्था की जांच और पंजीकरण होने पर | 1,000 रूपए |
दूसरी | कम से कम 2 जांचे, जो प्रसव से पहले करवाई हो | 1,000 रूपए |
तीसरी | बच्चे के जन्म पर परंतु यह प्रसव संस्थागत होना चाइए | 1000 रूपए |
चौथी | बच्चे के 105 दिन के होने तक के सारे टिके लग जाने पर और उसका जन्म पंजीकरण होने पर | 2,000 रूपए |
पांचवी | दूसरा बच्चा होने के बाद माता पिता द्वारा बच्चे के जन्म के 3 माह के अंदर परिवार नियोजन साधन अपनाने पर | 1,000 रूपए |
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए योग्यताएं(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Eligibility Criteria)
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लाभ लेने के लिए लाभार्थी महिला में निम्न योग्यताएं होनी चाहिए:
- जो महिला योजना के शुरू होने की तिथि के बाद ही गर्भवती हुई है वो ही इस योजना का लाभ ले सकती है।
- वह महिला जो 1 नवंबर 2020 को या उस दिन के बाद से दूसरी संतान से गर्भवती हो।
- वह महिला जो 1 अप्रैल 2022 या उसके बाद दूसरी संतान से गर्भवती हो।
- गर्भपात, मृत शिशु जन्म की स्तिथि में लाभार्थी महिला अगर भविष्य में फिर गर्भधारण करती है तो वे भी इस योजना की पात्र होंगी।
- आंगनवाड़ी महिला, आंगनवाड़ी सहायिका भी अगर सभी शर्तों को पूरा करे तो वो भी इस योजना की पात्र होंगी।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए अयोग्यताए(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Ineligibility)
- कोई भी महिला जो राज्य सरकार या निजी क्षेत्र या केंद्र सरकार के अंतर्गत एक कर्मचारी महिला हो जो अन्य किसी तरह से लाभ ले रही हो वो इस योजना का लाभ नहीं ले सकती है।
- अगर पहले गर्भावस्था के दौरान जुड़वा बच्चे हुए हो तो इस स्थिति में दूसरी बार गर्भधारण करने पर वो महिला इस योजना की पात्र नहीं है।
- महिला दूसरी शादी होने पर अगर उस दंपति के पहले से ही 1 से अधिक संतान होने पर वो इस योजना का लाभ नहीं ले सकते है।
- कोई भी महिला इस योजना के लाभ के साथ साथ प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ नहीं ले सकती है। लाडली बहना आवास योजना रजिस्ट्रेशन
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के तहत लाभ की राशि कैसे मिलेगी
- इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना एक पेपरलेस योजना है इसमें राशि लेने के लिए कोई फॉर्म नही भरना होता है।
- योजना का लाभ लेने के लिए PCTS पर महिला को रजिस्टर करना होगा तथा उसके पास जनाधार कार्ड और मोबाइल नंबर होना जरूरी है।
- चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के PCTS पोर्टल को ICDS के साथ जोड़ा गया है।
- किसी भी महिला का PCTS एप्लीकेशन में नामांकन होने पर, PCTS ID के साथ उसका जरूरी विवरण राजपोषण 2 एप्लीकेशन के अंतर्गत प्राप्त होगा।
- नामांकित हुई महिला विभिन्न सेवाए जैसे प्रसव के पहले की जांच, संस्थागत प्रसव, शिशु टीकाकरण, परिवार नियोजन आदि विवरण उसके PCTS ID से जुड़ जायेंगे जिससे उसे लाभ मिलने में आसानी होगी।
- PCTS पर लिस्ट होने के बाद योजना की पात्र महिलाओं की सूची राजपोषण 2.0 के साथ अपडेट होगी।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना में के लिए दस्तावेज(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Rajasthan Documents)
इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना 2023 में आवेदन के लिए निम्न दस्तावेज जरूरी है:
- आधार कार्ड
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- BPL कार्ड
- बैंक की पासबुक
- सरकारी अस्पताल द्वारा जारी स्वास्थ्य कार्ड
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना की किश्तों के लिए आवेदन की प्रक्रिया(Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Online Apply)
यह एक पेपरलेस योजना है। इसमें लाभ लेने के लिए पीसीटीएस पर पंजीकरण, जन आधार आईडी और मोबाइल नंबर होना चाहिए। योजना की सभी शर्तो का पालन करने वाले लाभार्थी की जानकारी खुद ही राजपोषण पोर्टल में पंजीकृत हो जाएगी।
इस संबंध में वर्तमान में चिकित्सा एवम् स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित प्रणाली का उपयोग कर के महिला को किश्तों की शर्तो के बारे में बताया जाएगा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आशा सहयोगिनी इस के बारे में महिला को जानकारी देगी और वह यह भी देखेगी की महिला की प्रसव से पहले की जांच हो गई हो और उसका PCTS में नामांकन हो गया हो।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना 2022 के लिए दी जाने वाली राशि 5 किश्तों में दी जाएगी जो इस प्रकार है:
प्रथम किश्त
- कोई भी गर्भवती महिला जो अपने दूसरे बच्चे को जन्म देने वाली है और अपनी अंतिम माहवारी तिथि के 120 दिनों के अंदर उसने अपनी प्रसव के पहले की जांचे करवा ली है तो वो इस योजना की पहली किश्त की पात्र होगी।
- आशा सहयोगिनी द्वारा हर महीने की 15 तारीख तक लाभार्थियों के द्वारा जननी सुरक्षा योजना केस पंजीकरण फार्म जमा किया गया हो।
- आशा सहयोगिनी यह देखेगी की लाभार्थी महिला ने यदि निजी संस्थान में जांच करवाई है तो उसका नाम ममता कार्ड मे है की नही ताकि PCTS में भी उसका रिकॉर्ड उपलब्ध हो सके।
- यदि पहली किश्त में लाभार्थी महिला का गर्भपात हो जाए तो वह केवल पहली किश्त की पात्र होंगी पर अगर पहली किश्त मिलने से पहले ही अगर महिला की मृत्यु हो जाए तो उसे पहली किश्त भी नही मिलेगी।
दूसरी किश्त
- पात्र लाभार्थी महिला द्वारा दूसरे प्रसव से पहले जांच करवाने पर वह दूसरी किश्त की पात्र होगी।
- आशा सहयोगिनी यह देखेगी की उसके ममता कार्ड में सभी जांचे का उल्लेख हो और उसका PCTS में रिकॉर्ड अपडेट हो।
- दूसरी किश्त देने का बाद यदि महिला का गर्भपात हो गया हो तो भी वो इस किश्त की पात्र होगी पर यदि दूसरी किश्त देने से पहले ही महिला की मृत्यु हो गई हो तो उसे यह किश्त नही मिलेगी।
तीसरी किश्त
- किसी हॉस्पिटल या अन्य किसी मान्यता प्राप्त संस्था से प्रसव करवाने वाली महिला इस तीसरी किश्त की पात्र होगी।
- जननी सुरक्षा योजना के तहत यदि महिला संस्थागत प्रसव करवाती है तो लाभार्थी का रिकॉर्ड अपने आप अपडेट हो जाएगा और इस किश्त के योग्य होगी।
- प्रसव के पहले या बाद में किश्त मिलने से पहले यदि महिला की मौत हो जाती है तो उसे यह किश्त नही मिलेगी पर अगर मृत शिशु का जन्म होता है तो उसे तीसरी किश्त मिलेगी मगर आगे वाली किश्ते नही मिलेगी।
चौथी किश्त
- लाभार्थी महिला अपने बच्चे को 105 दिन के होने तक के सारे टिके अगर लगवा ले तो उसे यह चौथी किश्त मिलेगी।
- इस के लिए आशा सहयोगिनी यह देखेगी की बच्चे को सभी टिके समय पर लगे है की नही।
- यदि ये टीकाकरण होने से पहले मां या बच्चे की मृत्यु हो जाती है तो ये किश्त उन्हे नही मिलेगी और यदि टीकाकरण होने के बाद शिशु की मृत्यु हो जाती है तो उसे चौथे चरण की राशि मिलेगी।
पांचवी किश्त
- यदि दूसरे बच्चे के जन्म के 3 महीने के अंदर माता पिता परिवार नियोजन के साधन अपना लेते है तो उस महिला को यह आखरी पांचवी किश्त मिलेगी।
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ये देखेगी की दम्पति ने परिवार नियोजन साधन किया है की नहीं और अगर नहीं करवाया है तो वो उन्हें प्रेरित करेगी। मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना राजस्थान
इंदिरा गांधी पोषण योजना की नई अपडेट
इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना 2022 पहले कुछ जिलों में ही शुरू की गई थी। परंतु हाल ही में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी ने 23 फरवरी को इस योजना को पूरे राजस्थान में लागू करने की घोषणा की थी और अब प्रदेश की हर महिला इस योजना का लाभ ले सकती है। इसके अंतर्गत लगभग 5 वर्ष में 3 लाख 75 हजार महिलाओं को लाभ मिलेगा और कुल 225 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। यानी की हर साल 45 करोड़ का खर्चा होगा और 75 हजार महिलाओं को लाभ हर साल मिलेगा। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना लिस्ट
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना को मिला राष्ट्रीय स्तर का स्कॉच अवार्ड
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना को गर्भवती महिलाओ के पोषण संबंधित सभी जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। जिसे अभी हाल ही में 19 दिसंबर 2022 को स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इस योजना को द्वितीय पुरस्कार यानी सिल्वर मेडल दिया गया है। इस योजना को 5 पिछड़ी जनजाति वाले जिलों में शुरू किया गया था जिसे अभी पूरे 33 जिलों में लागू कर दिया गया है। यह एक पूरी तरह से पेपरलेस योजना है, जिसमे किसी प्रकार का कोई आवेदन नहीं करना पड़ता है। इस योजना के तहत लगभग 330000 महिलाओ को लाभ देने के लक्ष्य रखा गया है।
योजना की जरूरी लिंक्स
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Official Website | यहां क्लिक करे |
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Helpline Number | 1412713633, adc.wcd@rajasthan.gov.in |
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana Guidelines | यहां क्लिक करे |
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है
FAQ
इस योजना के लिए कौन आवेदन कर सकता है?
योजना के लिए केवल वो जी गर्भवती महिला आवेदन कर सकती है जो दूसरे बच्चे को जन्म देने वाली है।
इस योजना में कितनी सहायता राशि मिलेगी?
इस योजना के लिए पांच किश्तों में कुल 6000रूपए की राशि महिला को दी जाएगी ताकि महिला और उसका बच्चा कुपोषित न रहे।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए आवेदन कैसे करे?
इस योजना के लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते है पर अभी तक सरकार द्वारा इस योजना के लिए कोई ऑनलाइन वेबसाइट शुरू नहीं की गई है।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना राजस्थान में कब प्रारंभ की गई?
इस योजना की शुरुआत राजस्थान राज्य में साल 19/11/2020 में की गई थी।
What is Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana?
It is a flagship scheme started by Rajasthan. The objective of this scheme is to improve the nutrition level of pregnant women.
What is the full form of IGMPY?
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना क्या है?
यह राजस्थान राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई योजना है, जिसके तहत राज्य की गर्भवती महिलाओं और उनके 3 साल की आयु तक के बच्चों को सुविधा और पोषण देने के लिए शुरू की गई योजना है।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना में दूसरी संतान के जन्म पर कुल कितनी राशि दी है?
इस योजना के तहत राज्य की महिलाओं के दूसरी संतान जन्म होने पर उन महिलाओ को 6,000 रूपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।