मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना(Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana) क्या है, आवेदन कैसे करें, उद्देश्य, लाभ, लाभार्थी, योग्यता, दस्तावेज, आधिकारिक वेबसाइट, हेल्पलाइन नंबर | how to apply, motive, benefits, beneficiary, qualification, documents, official website, helpline number
केंद्र और राज्य सरकारें महिलाओं और बच्चों के सर्वांगीण विकास और उन्हे अच्छी शिक्षा देने के लिए कई योजनाएं शुरू करती है ऐसे ही मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना मध्यप्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है जिसके द्वारा अनाथ बच्चों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना 2024 के तहत 18 साल तक की आयु वाले बच्चो को अपने पैरो पर खड़ा करने के लिए सरकार उनकी पढ़ाई, इंटर्नशिप और जॉब आधारित कई कोर्स भी शुरू किए जायेंगे इस योजना में सरकार 18 साल की उम्र में बाल संस्थाओं को छोड़ने वाले अनाथ बच्चों को 5 से 8 हजार रुपए तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी। बिहार स्वच्छ ईंधन योजना क्या है
Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana Madhya Pradesh
Contents
- 1 Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana Madhya Pradesh
- 1.1 मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के उद्देश्य और तथ्य
- 1.2 Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana 2024 के लाभ और विशेषताएं
- 1.3 मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना की सहायता देने की प्रक्रिया
- 1.4 Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana के अंतर्गत मिलने वाली आर्थिक सहायता
- 1.5 मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना मध्यप्रदेश के तहत आवेदन कैसे करें(Mukhyamantri Bal Ashirvad Yojana Registration Online)
- 1.6 मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत लॉगिन कैसे करे
- 1.7 योजना के जरूरी लिंक्स
- 2 FAQ
योजना का नाम | मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना |
शुरू की गई | मध्यप्रदेश सरकार द्वारा |
साल | 2024 |
विभाग | महिला और बाल विकास विभाग |
उद्देश्य | अनाथ बच्चों को आर्थिक और शैक्षणिक सहयोग देना |
लाभ | 5 से 8 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी |
लाभार्थी | राज्य के अनाथ बच्चे |
आवेदन कैसे करे | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | http://scps.mp.gov.in/Home/Index |
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के उद्देश्य और तथ्य
इस योजना के मुख्य 2 उद्देश्य है जो इस प्रकार है
- बाल देखरेख वाली संस्थाओं को छोड़ने वाले 18 साल से अधिक वर्ष की आयु वाले बच्चो को आर्थिक एवम् शैक्षणिक सहायता देना।
- 18 साल तक की आयु वाले अनाथ बच्चो को जो अपने संबंधियों के साथ रहते है उन्हे आर्थिक सहायता देना।
- इस योजना के द्वारा बच्चे के 18 साल होने पर और उसके 24 साल के होने तक लाभ दिया जाएगा
- इससे बच्चे पैसों की कमी से किसी भी तरह का बुरा काम करने से बचेंगे। Cloud Kitchen Yojana से 4 लाख लोगों को मिलेगा लाभ
Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana 2024 के लाभ और विशेषताएं
- इस योजना के तहत राज्य सरकार 18 साल की उम्र में बाल संस्थाओं को छोड़ने वाले अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता देगी।
- राज्य में हर साल 150 से 200 बच्चे 18 साल की आयु पूरी होने पर अनाथ आश्रम से निकलते है जिन्हे सरकार आईआईटी, NEET, JEE, CLAT, और पॉलीटेक्निक की पढ़ाई के लिए 5 से 8 हजार की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- यह सहायता बच्चे के 24 साल की आयु होने तक दी जाएगी इसी के साथ ही सयुक्त खाते में बच्चे के 1 साल से 18 साल तक की आयु होने तक 4 हजार की राशि दी जाएगी।
- इसी के साथ बच्चा आयुष्मान भारत योजना का पात्र होगा और उसका मुफ्त इलाज भी होगा।
- इस योजना के द्वारा मिलने वाली सहायता से अनाथ बच्चे भी अपनी पढ़ाई कर सकेंगे और बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना की सहायता देने की प्रक्रिया
योजना के तहत दी जाने वाली सहायता दो प्रकार की होगी
- आफ्टरकेयर
- स्पॉन्सरशिप
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना की पात्रता
आफ्टरवेयर पात्रता
- आफ्टरकेयर के अंतर्गत बाल आश्रम में निर्मुक्ति की तारीख से 5 साल तक निवासरत बच्चे पात्र होंगे।
- अनाथ, परित्यक्त बालक की स्थिति में बाल आश्रम में निवास हेतु जरूरी अवधि संबंधी पात्रता में छूट मिलेगी।
- दत्तक ग्रहण, फोस्टर केयर का लाभ नहीं मिल रहा हो, पर बाल आश्रम में फिर से पुनर्वासित करवाया गया बालक तथा दत्तक ग्रहण, फोस्टर केयर में रखने की अवधि की गणना भी पात्रता अवधि में शामिल होगी।
- आफ्टर केयर के अंतर्गत सहायता, इंटर्नशिप, प्रशिक्षण, शिक्षा के लिए निर्धारित समयावधि या 24 साल की आयु जो भी पहले हो, तक दी जाएगी।
स्पॉन्सरशिप योजना की पात्रता
- मध्यप्रदेश के निवासी परिवार के 18 साल से कम उम्र के बच्चे, जिनके माता पिता की मृत्यु हो चुकी है और वह अपने किसी रिश्तेदार के यह रह रहा हो तथा जो मुख्यमंत्री कोविड 19 बाल सेवा योजना के तहत पात्रता में नहीं आते है वे बच्चे इस योजना के पात्र होंगे। मुख्यमंत्री लखपति दीदी योजना क्या है
Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana के अंतर्गत मिलने वाली आर्थिक सहायता
आफ्टर केयर
- इंटर्नशिप – योग्यता के अनुसार इन बच्चों को इंटर्नशिप दी जाएगी इंटर्नशिप अवधि के दौरान 5,000 रूपए हर माह मिलेंगे जो इंटर्नशिप की अवधि समाप्ति तक या एक साल, जो भी कम हो तक देय होगा लेकिन 1 साल से अधिक की अवधि के लिए नही मिलेगा।
- व्यवसायिक प्रशिक्षण – लाभार्थी बालक को व्यवसायिक प्रशिक्षण जैसे डिप्लोमा, ITI, पैरामेडिकल, नर्सिंग, होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म आदि प्रशिक्षण अवधि के दौरान 5000 रूपए हर महीने की आर्थिक सहायता दी जाएगी जो इस प्रशिक्षण की अवधि समाप्ति तक या 2 साल, जो भी कम हो तक मिलेगी लेकिन 2 साल से अधिक के लिए नही मिलेगी।
- तकनीकी शिक्षा,चिकित्सा शिक्षा और आयुष शिक्षा एवं विधि शिक्षा सहायता – NEET, JEE, और CLAT मे प्रवेश की परीक्षाओं के आधार पर किसी राजकीय संस्था में प्रवेश लेने वाले केयर लीवर्स को अध्ययन के दौरान 5000 रूपए से 8000 रूपए तक आर्थिक सहायता हर महीने दी जाएगी और पाठ्यक्रम की अवधि तक फीस राज्य सरकार द्वारा वहन की जाएगी।
स्पॉन्सरशिप योजना के अंतर्गत
- आर्थिक सहायता – आर्थिक योजना के तहत पात्र पाए गए प्रत्येक बच्चे को 4,000 रूपए हर महीने की सहायता राशि दी जाएगी जो बच्चे और उसके रिश्तेदार के सयुक्त खाते में जमा की जाएगी और 1 साल तक ही दी जाएगी और अधिकतम बच्चे के 18 साल की आयु होने तक ही दी जाएगी।
- चिकित्सा सहायता – चिकित्सा सहायता दिए जाने हेतु हर बच्चे का आयुष्मान कार्ड बनवाया जाएगा जिस हेतु बच्चो की सूची सहित जरूरी जानकारी मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी को दी जाएगी।
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना मध्यप्रदेश के तहत आवेदन कैसे करें(Mukhyamantri Bal Ashirvad Yojana Registration Online)
ऑफ्टकेयर के अंतर्गत–
- हर बाल आश्रम संस्थाओं के अधीक्षक द्वारा बाल देखरेख संस्था में निवासरत 17 साल की आयु पूरी करने वाले बच्चो की पहचान करना और उनके देखरेख की तैयारी करना।
- औद्योगिक संस्थाओं में इंटर्नशिप पर जाने वाले, व्यवसायिक प्रशिक्षण लेने वाले और उच्च शिक्षा में जाने वाले बच्चो की अलग अलग सूची और डेटाबेस बनाना।
- योजना के अंतर्गत गठित समिति के द्वारा प्रकरण परीक्षण के बाद ही स्वीकार किए जायेंगे यह स्वीकृति आदेश हर हितग्राही हर साल जारी होगा और सारी प्रक्रिया समय से पहले ही पूरी कर ली जाएगी पोर्टल से ही स्वीकृति आदेश जारी होंगे।
स्पॉन्सरशिप के द्वारा–
- जिला कार्यक्रम अधिकारी या जिला बाल संरक्षण अधिकारी का यह दायित्व होगा की वह ऐसे परिवारों की पहचान करे जिन्हे योजना का लाभ दिया जा सके और उनसे आवेदन फॉर्म भी भरवाए।
- योजना के पोर्टल में दर्ज बच्चे की गृह अध्ययन की रिपोर्ट और परिवार की सामाजिक अन्वेषण रिपोर्ट तैयार करे।
- गृह अध्ययन की रिपोर्ट तथा अन्य दस्तावेजों की जांच के बाद ऐसे बच्चो की सूची बाल कल्याण समिति को भेजना।
- जिला बाल संरक्षण अधिकारी से प्राप्त सूची अनुसार बच्चों की सामाजिक अन्वेषण रिपोर्ट तथा अन्य दस्तावेजों की जांच और मूल्यांकन के आधार पर बाल कल्याण समिति, बच्चे को देखरेख और संरक्षण का जरूरतमंद बालक घोषित करेगी।
- योजना के अंतर्गत परिवार/बालक की समृद्धता का परीक्षण और योजना अंतर्गत लाभ की निरंतरता या समाप्ति का निर्धारण योजना द्वारा गठित समिति के द्वारा किया जायगा। पीएम श्री योजना क्या है
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत लॉगिन कैसे करे
- इसके लिए आपको सबसे पहले दिए गए लिंक से योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- वहा होमपेज पर आपको उपर ही आपको लॉगिन का ऑप्शन मिलेगा जिस पर आपको क्लिक करना है।
- फिर नए पेज पर लॉगिन फॉर्म खुल जाएगा।
- इसमें आपको अपना यूजरनेम और पासवर्ड भरना है और लॉगिन पर क्लिक करना है।
- फिर आप लॉगिन कर पाएंगे और फॉर्म भर पाएंगे तथा अपने आवेदन का स्टेटस भी पता कर पाएंगे।
- अगर आप पासवर्ड भूल गए है तो आपको forgot password पर क्लिक करना होगा और आप अपना पासवर्ड रीसेट कर पाएंगे।
योजना के जरूरी लिंक्स
अधिकारिक वेबसाइट | यहां क्लिक करें |
आवेदन का स्टेटस चेक करे | यहां क्लिक करें |
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना pdf download | यहां क्लिक करे |
संपर्क करें | scpshehelpline@gmail.com |
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FAQ
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना किस राज्य ने शुरू की है?
यह योजना मध्यप्रदेश राज्य सरकार ने शुरू की है।
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना क्या है?
यह योजना मध्यप्रदेश सरकार द्वारा वहा के अनाथ बच्चों के अच्छे भविष्य और उनको अच्छी शिक्षा देने के लिए शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के लाभ क्या है?
इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी पात्र अनाथ बच्चे को 18 साल की आयु होने के बाद हर महीने 5000 रूपए की आर्थिक सहायता उसके 24 साल के होने तक दी जाएगी।
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना कब शुरू हुई?
इस योजना के बारे में 10 अगस्त 2022 को निर्णय लिया गया था और इसकी शुरुआत सितंबर 2022 को पूरे राज्य में की गई थी। इस योजना से राज्य में अनाथ बच्चों को शिक्षा और आर्थिक सहायता दोनो दी जाएगी, ताकि वे सही राह पर ही चले।